लव मैरिज में सफलता के अचूक सूत्र
अपनी प्रैक्टिस के दौरान मेरे पास लव मैरिज के CASES अक्सर आते रहते है । इनमे से ज्यादातर लड़के या लडकिया ऐसे होते है जो बेचारे जगह जगह घूम कर अपना समय और पैसा बर्बाद कर चुके होते है । आज की तारीख में बाबाओ का बाजार गर्म है । प्रलोभन से भरी ADVERTISEMENTS पढ़कर जरूरतमंद लोगो का ATTRACT होना स्वाभिक है । और फिर शुरू होता है लूट का एक अंतहीन सिलसिला ।
अफ़सोस की बात तो ये कि जब मैं उनको साफ़ साफ़ शब्दों में बता देता हूँ कि आपकी कुंडली में लव मैरिज का योग नहीं है । बावजूद इसके वो लोग मेरी बात को नज़रअंदाज़ कर चले जाते है, कही और अपना समय और पैसा बर्बाद करने|
७२ घंटे में चमत्कार का दावा करने वाले इश्तिहारों से अखबार टीवी चैनल भरे पड़े है । जबकि हक़ीक़त तो ये है कि ये दावा करने वाले लोग सिर्फ और सिर्फ ठग है ।
मैं बार बार एक बात दोहराता आया हूँ कि पहले अपनी जन्म कुंडली की जांच करवाये फिर उसके बाद देखे कि आगे क्या उपाए करे जिससे सफलता मिल सके।
इसी शृंखला में मै कुछ योग बताऊंगा जो लव मैरिज में success का संकेत देते है और साथ ही कुछ उपाए जो लव मैरिज में मददगार साबित होते है |
लव होना और लव मैरिज का हो जाना दोनों अलग अलग बाते है । पंचम भाव में शुक्र हो तो अक्सर लव अफेयर हो जाता है । जन्म कुंडली में शुक्र मंगल हो तब भी लव अफेयर हो जाता है । पंचम में शुक्र मंगल हो तो भी जातक प्यार में पड़ जाता है । पंचमेश या शुक्र या दोनों लग्न में हो, चतुर्थ भाव में हो, पंचम में हो या किसी भी स्थान में हो तब भी लव अफेयर होता है । शुक्र या पंचमेश यदि चन्द्रमा या लग्नेश के साथ युति बनाये तब भी लव अफेयर होता है| लेकिन उपरोक्त योगो में लव मैरिज हो जाये ये नहीं कहा जा सकता ।
जब तक पंचम भाव का सप्तम भाव के साथ सम्बन्ध न बने तब तक ये सुनिश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि लव मैरिज हो जाएगी ।
पंचमेश और सप्तमेश की युति हो, पंचमेश सप्तम में हो, सप्तमेश पंचम में हो जैंसे योग लव मैरिज की तरफ इशारा करते है । यदि उपरोक्त योग के साथ साथ भाग्येश का साथ भी मिल जाये तो ये योग और भी पुख्ता हो जाता है । दुसरे भाव का स्वामी, चतुर्तेश, दशमेश, या तृतीयेश जैसे ग्रह यदि लव मैरिज का योग बनाने वाले ग्रहो के साथ मैत्री का सम्बन्ध बनाये तब लव मैरिज में घरवालो की तरफ से किसी किस्म का विरोध नही होता ।
लेकिन अफ़सोस की बात तो ये है न तो ज्योतिषी जन्म कुंडली का गहन अध्यन करते है और न ही जातक इस ओर ध्यान देते है । उनको तो जल्दी होती है लव मैरिज की और इसी चक्र में पैसा और धन बर्बाद हो जाता है । रही बात बाबाओ की ये तो बस आशीर्वाद की दुकान खोलकर बैठे है । पैसा दो इनसे आशीर्वाद लो और करते रहो इंतज़ार तमाम उम्र । न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी|
आपका जीवन मंगलमय हो
इसी आशीर्वाद के साथ
आचार्य प्रकाश दत्त
आप इस सम्बन्ध में आचार्य जी से व्यक्तिगत मार्दर्शन के लिए उनसे +91-9356092897 पर सीधे भी संपर्क कर सकते है |
लव होना और लव मैरिज का हो जाना दोनों अलग अलग बाते है । पंचम भाव में शुक्र हो तो अक्सर लव अफेयर हो जाता है । जन्म कुंडली में शुक्र मंगल हो तब भी लव अफेयर हो जाता है । पंचम में शुक्र मंगल हो तो भी जातक प्यार में पड़ जाता है । पंचमेश या शुक्र या दोनों लग्न में हो, चतुर्थ भाव में हो, पंचम में हो या किसी भी स्थान में हो तब भी लव अफेयर होता है । शुक्र या पंचमेश यदि चन्द्रमा या लग्नेश के साथ युति बनाये तब भी लव अफेयर होता है| लेकिन उपरोक्त योगो में लव मैरिज हो जाये ये नहीं कहा जा सकता ।
जब तक पंचम भाव का सप्तम भाव के साथ सम्बन्ध न बने तब तक ये सुनिश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि लव मैरिज हो जाएगी ।
पंचमेश और सप्तमेश की युति हो, पंचमेश सप्तम में हो, सप्तमेश पंचम में हो जैंसे योग लव मैरिज की तरफ इशारा करते है । यदि उपरोक्त योग के साथ साथ भाग्येश का साथ भी मिल जाये तो ये योग और भी पुख्ता हो जाता है । दुसरे भाव का स्वामी, चतुर्तेश, दशमेश, या तृतीयेश जैसे ग्रह यदि लव मैरिज का योग बनाने वाले ग्रहो के साथ मैत्री का सम्बन्ध बनाये तब लव मैरिज में घरवालो की तरफ से किसी किस्म का विरोध नही होता ।
लेकिन अफ़सोस की बात तो ये है न तो ज्योतिषी जन्म कुंडली का गहन अध्यन करते है और न ही जातक इस ओर ध्यान देते है । उनको तो जल्दी होती है लव मैरिज की और इसी चक्र में पैसा और धन बर्बाद हो जाता है । रही बात बाबाओ की ये तो बस आशीर्वाद की दुकान खोलकर बैठे है । पैसा दो इनसे आशीर्वाद लो और करते रहो इंतज़ार तमाम उम्र । न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी|
ऐसे में सवाल उठता है कि इस समस्या का सही समाधान है क्या । मै इस विषय में लव अफेयर में पड़े पाठको को सलाह दूंगा कि वो
* सर्वप्रथम अपनी जन्म कुंडली का गहन विश्लेषण करवाये
* फिर उपायो की तरफ बढे
यदि सही नब्ज पकड़ ली जाये तो हर समस्या का समाधान संभव है । आपकी लव मैरिज का राज आपकी जन्म कुंडली में छुपा है ।
अब सवाल उन लोगो का जिनके पास अपना सही जन्म समय नहीं हो तो वो लोग प्रशन शास्त्र का सहारा ले सकते है ।
सही दिशा में बढ़ो और धैर्य रखो । जल्दबाजी में कोई भी ऐसा कदम मत उठाओ जो देश, समाज या क़ानून के खिलाफ हो । इससे सिवाए बर्बादी के कुछ हासिल नहीं होता ।
इसी आशीर्वाद के साथ
आचार्य प्रकाश दत्त
आप इस सम्बन्ध में आचार्य जी से व्यक्तिगत मार्दर्शन के लिए उनसे +91-9356092897 पर सीधे भी संपर्क कर सकते है |